SATPANTH DHARM
IMAMSHAH MAHARAJ
ॐ ॐ परम कृपाणू परमात्मा नि आग्या थी आदरु छू ॐ ॐ नमो श्री सदगोर पात्र ब्रम्मा इन्द्र इमामशाह आध विष्णु निरंजन निष्कलंकी नारायण तमारी आशिसे आ करी रह्यो छू !!
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